रायपुर, 19 जुलाई
छत्तीसगढ़ के कांकेर में शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में पाँच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए, जिससे इस क्षेत्र में तेज़ गति और खराब सड़क प्रबंधन के लगातार बढ़ते खतरों का पता चलता है।
पहली दुर्घटना रात लगभग 1 बजे आतुरगाँव गाँव के पास हुई, जहाँ छह युवकों को ले जा रही एक कार निर्माणाधीन पुल से सटे एक पुराने पुल के कंक्रीट के किनारे से टकरा गई।
पुलिस ने बताया कि टक्कर के बाद स्पार्किंग और शॉर्ट सर्किट के कारण वाहन में आग लग गई, जिसमें चार लोग जलकर मर गए, जबकि दो अन्य लोग भागने में सफल रहे।
मृतकों की पहचान बाराटोला निवासी युवराज सोरी, सिंघनपुर निवासी हेमंत शोरी और केशकाल के दुंदरपाल गाँव निवासी सूरज उइके और दीपक के रूप में हुई है।
बचे हुए लोगों, प्रीतम नेताम और पृथ्वीराज सलाम को मामूली चोटें आईं और उन्हें कांकेर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस और दमकल कर्मियों ने आग बुझाई।
जलती हुई कार का एक वीडियो विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया।
पुलिस अधिकारियों ने आगे बताया कि एक फोरेंसिक टीम तैनात की गई है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के प्रयास जारी हैं।
एक अन्य बड़ी दुर्घटना में, चारामा थाना क्षेत्र के कंडेल चौक के पास एक बस डिवाइडर से टकरा गई। तेज़ रफ़्तार यात्री बस के चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया और बस नैनी नदी पुल के डिवाइडर से टकरा गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि टक्कर से बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और बस हेल्पर की तत्काल मौत हो गई।
स्थानीय लोगों और पुलिस ने अंदर फंसे यात्रियों को निकालने के लिए बचाव दल बनाए, जिनमें से कई बिना किसी गंभीर चोट के बच गए।
अधिकारियों ने कारण की जाँच शुरू करते हुए मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि दुर्घटना के पीछे अत्यधिक गति और चालक की लापरवाही थी।