नई दिल्ली, 12 नवंबर
भारत के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन से हरित हाइड्रोजन उत्पादन के लिए समर्पित लगभग 125 गीगावाट नई नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का सृजन होने की उम्मीद है, साथ ही 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश भी होगा।
बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मिशन से 6 लाख से अधिक रोजगार सृजित होने, जीवाश्म ईंधन के आयात में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमी आने और 2030 तक हर साल लगभग 50 एमएमटी ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है।
यह बयान जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन - COP30 की पृष्ठभूमि में आया है, जो बुधवार को ब्राज़ील में शुरू हुआ। सम्मेलन में वन संरक्षण, जलवायु वित्त और उत्सर्जन में कटौती तथा लचीलापन बढ़ाने के वैश्विक प्रयासों को आगे बढ़ाने पर चर्चा होने की उम्मीद है।