नई दिल्ली, 14 जून
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित भारत की मुद्रास्फीति दर पिछले साल के इसी महीने की तुलना में इस साल मई के दौरान बढ़कर 2.61 प्रतिशत हो गई।
मई में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के कारण है, जो 7.4 प्रतिशत बढ़ी है।
महीने के दौरान प्याज की थोक कीमतों में 58 प्रतिशत की तेजी से बढ़ोतरी हुई, जिसने खेल बिगाड़ दिया।
कच्चा पेट्रोलियम एवं amp; माह के दौरान प्राकृतिक गैस 1.35 प्रतिशत महंगी हो गई और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में 0.78 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई।
ईंधन की कीमतों में वृद्धि के साथ-साथ खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के कारण पिछले तीन महीनों में थोक मुद्रास्फीति मार्च में 0.26 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल में 1.26 प्रतिशत हो गई है।