जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर उन रिपोर्टों के बाद जांच के घेरे में आ गए हैं जिनमें आरोप लगाया गया है कि उनका नाम बिहार और पश्चिम बंगाल दोनों की मतदाता सूची में है।
इस खुलासे ने महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में एक नया राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है।
सासाराम के 209-करहगर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा जारी एक नोटिस के अनुसार, यह मामला 28 अक्टूबर को इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के बाद सामने आया।