नई दिल्ली, 5 मई
भाजपा ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया और मुर्शिदाबाद के उनके दौरे को "विलंबित और राजनीतिक रूप से सुनियोजित" करार दिया। हाल ही में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से जुड़ी सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आए जिले में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
इस मामले में जेपीसी के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने आरोप लगाया कि सीएम बनर्जी ने अशांति के चरम पर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को त्याग दिया है।
उन्होंने कहा, "अब बहुत देर हो चुकी है। जब हिंसा हो रही थी, तब वह चुप रहीं। उन्होंने कोलकाता में मौलवियों से मुलाकात नहीं की। जब हिंसा भड़क रही थी, तब पुलिस मूकदर्शक बनी रही, जबकि पिता और पुत्र मारे जा रहे थे।"
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपने नागरिकों, खासकर हिंदू समुदाय की रक्षा करने में विफल रही।
पाल ने कहा, "हिंसा के दौरान राज्य जिम्मेदार था। बड़ी संख्या में हिंदू सुरक्षा के लिए मुर्शिदाबाद से मालदा नदी पार कर गए। वह उन्हें वापस लाने नहीं गई। और अब, जब दंगाइयों ने अपना उत्पात मचा दिया है और तबाही मचा दी है, तो वह वहां जाने का फैसला करती हैं।" पाल की भावना को दोहराते हुए, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व राज्य पार्टी अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी मुख्यमंत्री की टाइमिंग और आउटरीच की आलोचना की। घोष ने कहा, "ममता बनर्जी को मुर्शिदाबाद पहले ही जाना चाहिए था। वह क्यों नहीं गईं? उन्होंने यहां इमामों को बुलाया, बैठकें कीं, उनकी प्रशंसा की और मंदिरों का उद्घाटन किया, लेकिन वह उन जगहों पर कभी नहीं गईं जहां हिंदू पीड़ित थे।"