मुंबई, 6 मई
कजारिया सिरेमिक्स लिमिटेड ने मंगलवार को जनवरी-मार्च तिमाही (वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही) के लिए अपने समेकित शुद्ध लाभ में 59 प्रतिशत की तीव्र गिरावट दर्ज की, क्योंकि घरेलू मांग में सुस्ती और बंद हो चुके प्लाईवुड परिचालन से घाटे ने इसके प्रदर्शन को प्रभावित किया।
भारत की सबसे बड़ी टाइल निर्माता कंपनी ने चौथी तिमाही में 43 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 104 करोड़ रुपये से कम है, जैसा कि इसकी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया गया है।
कंपनी ने इस गिरावट का मुख्य कारण अब बंद हो चुके प्लाईवुड कारोबार से 30.79 करोड़ रुपये का घाटा बताया। जबकि परिचालन से कुल राजस्व में साल-दर-साल (YoY) 1.1 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई और यह 1,222 करोड़ रुपये हो गया, कंपनी ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र में मंदी के कारण घरेलू टाइल की मांग कम रही।
ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन (ईबीआईटीडीए) से पहले की आय भी 20 प्रतिशत घटकर 138.4 करोड़ रुपये रह गई, जबकि परिचालन मार्जिन एक साल पहले 14.3 प्रतिशत की तुलना में घटकर 11.3 प्रतिशत रह गया।
कमजोर मांग के बावजूद, कजारिया ने तिमाही में टाइल की मात्रा में 2 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष में 6 प्रतिशत की वृद्धि देखी, जो वार्षिक बिक्री में 114.7 मिलियन वर्ग मीटर तक पहुंच गई।
कंपनी के चेयरमैन ने कहा कि तिमाही के दौरान निर्यात और घरेलू दोनों बाजार नरम रहे।