मुंबई, 12 मई
विश्लेषकों ने सोमवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम ने बाजार में तेज उछाल का मार्ग प्रशस्त किया है और इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारत में अपनी इक्विटी खरीद फिर से शुरू कर सकते हैं।
सुबह के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में 2.7 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई।
बाजार पर नजर रखने वालों के अनुसार, अब तेजी का मुख्य चालक एफआईआई खरीद होगी, जो पिछले शुक्रवार को संघर्ष बढ़ने के अलावा लगातार 16 दिनों तक बनी रही।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "उच्च जीडीपी वृद्धि और वित्त वर्ष 26 में आय वृद्धि के पुनरुद्धार की उम्मीदों और मुद्रास्फीति और ब्याज दरों में गिरावट जैसे घरेलू मैक्रो बाजार में तेजी के फिर से शुरू होने के लिए अच्छे संकेत हैं।" एफआईआई आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, एलएंडटी, भारती, अल्ट्राटेक, एमएंडएम और आयशर जैसी बड़ी कंपनियों को पसंद करते हैं। मिडकैप आईटी और डिजिटल स्टॉक अन्य सेगमेंट हैं जिन पर नज़र रखी जानी चाहिए।
अमेरिका में दवाओं की कीमतों में कमी के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नवीनतम घोषणा से फार्मा स्टॉक निकट भविष्य में दबाव में आ सकते हैं।
विजयकुमार ने कहा, "चीन के साथ व्यापार पर अमेरिका के आसन्न सौदे की अफवाहें हैं, लेकिन विवरण अभी आना बाकी है। अगर कोई सौदा होता है तो यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होगा।"