गुरुग्राम, 14 मई
गुरुग्राम पुलिस के मानेसर स्थित साइबर क्राइम थाने ने साइबर धोखाधड़ी के लिए बैंक खाते मुहैया कराने के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान हनी गर्ग, सहदेव और संदीप के रूप में हुई है। ये सभी गांव ततारपुर, जिला पलवल के रहने वाले हैं। राहुल तिवारी निवासी बावा कॉलोनी, लुधियाना (पंजाब) फिलहाल गांव ततारपुर, जिला पलवल में रह रहे हैं।
पुलिस के अनुसार 15 मार्च को एक व्यक्ति ने निवेश कर मुनाफा कमाने के नाम पर धोखाधड़ी करने की शिकायत गुरुग्राम के मानेसर स्थित साइबर क्राइम थाने में की थी।
इस शिकायत पर थाना साइबर क्राइम मानेसर, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
गुरुग्राम के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने 13 मई को गुरुग्राम से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने ठगी में इस्तेमाल किया गया बैंक खाता किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से खुलवाकर साइबर जालसाजों को उपलब्ध कराया था। बदले में आरोपियों को 18 हजार रुपये मिले थे। इस बीच, गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने हाल ही में साइबर ठगी के मामलों में 16 संदिग्धों को गिरफ्तार कर देशभर में करीब 44.4 करोड़ रुपये की ठगी का खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों से बरामद 12 मोबाइल फोन और 1 सिम कार्ड के डेटा की जांच करने पर पता चला कि आरोपी करीब 44.4 करोड़ रुपये की ठगी में शामिल थे और देशभर में उनके खिलाफ करीब 10,697 शिकायतें दर्ज थीं। पूरे भारत में 16 अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ लगभग 379 साइबर धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए, जिनमें से लगभग 25 मामले हरियाणा में दर्ज किए गए, और उनमें से 5 मामले उनके खिलाफ दर्ज किए गए।