क्वेटा, 20 मई
बलूचिस्तान की मानवाधिकार संस्था बलूच यकजेहती समिति (बीवाईसी) ने मंगलवार को वजीरिस्तान में पाकिस्तान सरकार द्वारा पश्तूनों के 'नरसंहार' की कड़ी निंदा की, जिसमें नागरिकों के घरों पर ड्रोन हमलों और बच्चों के क्रूर नरसंहार को उजागर किया गया।
बीवाईसी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "हम नागरिकों के घरों पर ड्रोन हमलों, बच्चों के क्रूर नरसंहार और उत्तरी वजीरिस्तान में पश्तूनों के नरसंहार की कड़ी निंदा करते हैं। पश्तून भूमि पिछले कई दशकों से राज्य दमन, हिंसा और सैन्य क्रूरता का शिकार रही है। हम इसे बिना किसी व्याख्या या अस्पष्ट स्पष्टीकरण के एक स्पष्ट और व्यवस्थित पश्तून नरसंहार मानते हैं।" बलूचिस्तान की स्थिति के साथ समानता दर्शाते हुए, बीवाईसी ने कहा कि बलूच राष्ट्र की तरह ही, सरकार पश्तून लोगों के खिलाफ व्यवस्थित नरसंहार की नीति अपना रही है, साथ ही कहा कि उसी तरह, पश्तून भूमि में राज्य की क्रूरता और हिंसा जारी है।
बयान में कहा गया है, "आज, न केवल बलूच और पश्तून राष्ट्र, बल्कि पूरे क्षेत्र के उत्पीड़ित राष्ट्रीयताएं सबसे खराब राज्य दमन, राजनीतिक नेताओं के जबरन गायब होने, न्यायेतर हत्याओं और तथाकथित अभियानों के माध्यम से चल रही सैन्य क्रूरता का सामना कर रही हैं। नागरिक आबादी पर मोर्टार गोलाबारी और ड्रोन हमले नियमित ऑपरेशन बन गए हैं, जो मानवाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है।"