नई दिल्ली, 29 मई
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक बड़े ड्रग तस्करी गिरोह के कथित मास्टरमाइंड जमील अहमद को गिरफ्तार किया है, जो छह साल से फरार था। यह जानकारी गुरुवार को दी गई।
अहमद की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की 'जीरो टॉलरेंस' नीति और नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के व्यापक उद्देश्यों के तहत मादक पदार्थों पर चल रही कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
यह मामला जून 2019 का है, जब क्राइम ब्रांच के तत्कालीन नारकोटिक्स सेल (अब एएनटीएफ) ने कश्मीरी गेट के मेटकाफ बस स्टैंड पर एक ट्रक से 500 किलोग्राम गांजा जब्त किया था। इस खेप के सिलसिले में तीन लोगों - असलम खान और मौसम खान, दोनों हरियाणा के नूंह जिले के और जैकम खान राजस्थान के अलवर के निवासी हैं।
पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि हरियाणा के नूंह के पिनांगवान गांव निवासी जमील अहमद के कहने पर ओडिशा से गांजा खरीदा गया था। गिरफ्तार किए गए तीनों लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई और उन पर मुकदमा चल रहा है। पुलिस के कई प्रयासों और अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बावजूद अहमद कई सालों तक लापता रहा। 2025 की शुरुआत में मामले को आगे बढ़ाने के लिए एक नई टीम बनाई गई। लगातार प्रयासों और खुफिया जानकारी जुटाने के बाद टीम ने 8 मई को पिनांगवान गांव में जमील अहमद को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।