नई दिल्ली, 4 जून
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त को समाप्त होगा, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को घोषणा की।
लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदन पहले दिन सुबह 11 बजे बैठेंगे, जो तीन महीने से अधिक समय में पहला संसदीय सत्र होगा।
सत्र के राजनीतिक रूप से गर्म रहने की उम्मीद है, खासकर विपक्ष द्वारा विशेष सत्र की बढ़ती मांग की पृष्ठभूमि में।
16 विपक्षी दलों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर सीमा पार सैन्य अभियान चलाए जाने पर चर्चा के लिए तत्काल सत्र बुलाने पर जोर दिया था।
इसके जवाब में सरकार ने अब मानसून सत्र के कार्यक्रम को औपचारिक रूप दे दिया है, जिसमें कहा गया है कि विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों सहित सभी मुद्दों को निर्धारित बैठक के दौरान उठाया जा सकता है।
इस वर्ष के शुरू में बजट सत्र 31 जनवरी से 4 अप्रैल तक दो चरणों में चला और इसमें कई प्रमुख विधेयक पारित हुए, जिनमें वक्फ संशोधन विधेयक भी शामिल है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार, वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन से संबंधित हितधारकों के सशक्तिकरण, सर्वेक्षण, पंजीकरण और मामले के निपटान की प्रक्रिया में दक्षता में सुधार और वक्फ संपत्तियों के विकास पर ध्यान केंद्रित करना है।