नई दिल्ली, 4 जून
बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत में उच्च आय वाले व्यक्तियों (HNWI) की संपत्ति में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि होगी, पिछले साल के अंत तक 378,810 करोड़पतियों की संपत्ति 1.5 ट्रिलियन डॉलर थी।
कैपजेमिनी रिसर्च इंस्टीट्यूट की 'वर्ल्ड वेल्थ रिपोर्ट 2025' के अनुसार, 2024 के अंत तक भारत में 333,340 करोड़पति होंगे, जिनकी संपत्ति 628.93 बिलियन डॉलर होगी।
इसके अलावा, 2024 के अंत तक भारत में 4,290 अल्ट्रा एचएनडब्ल्यूआई होंगे, जिनकी कुल संपत्ति 534.77 बिलियन डॉलर होगी।
जबकि भारत के 85 प्रतिशत अगली पीढ़ी के एचएनडब्ल्यूआई 1-2 साल के भीतर अपने माता-पिता की डब्ल्यूएम (वेल्थ मैनेजमेंट) फर्म से स्विच करने की योजना बना रहे हैं, जबकि सर्वेक्षण किए गए वैश्विक अगली पीढ़ी के एचएनडब्ल्यूआई में से 81 प्रतिशत ने डब्ल्यूएम फर्म को बदलने का कारण अपने पसंदीदा चैनलों पर उपलब्ध सेवाओं का हवाला दिया है।
कैपजेमिनी की रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वेक्षण किए गए भारतीय अगली पीढ़ी के एचएनडब्ल्यूआई में से लगभग 41 प्रतिशत ने लेनदेन करने के लिए अप्रभावी डिजिटल टूल को डब्ल्यूएम फर्म को बदलने का कारण बताया है।
भारत में 2030 तक अगली पीढ़ी के 98 प्रतिशत एचएनडब्ल्यूआई अपनी ऑफशोर संपत्तियों को 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। ऑफशोर निवेश पर यह अधिक ध्यान बेहतर निवेश विकल्पों (55 प्रतिशत), बेहतर वेल्थ मैनेजमेंट सेवाओं (65 प्रतिशत), बेहतर बाजार कनेक्टिविटी (54 प्रतिशत), बेहतर कर विनियमन और आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता (49 प्रतिशत) से आता है।
रिपोर्ट से पता चला है कि वैश्विक उच्च-निवल-मूल्य वाले व्यक्तियों (एचएनडब्ल्यूआई) की आबादी 2024 में 2.6 प्रतिशत बढ़ जाएगी।