नई दिल्ली, 4 जून
अनधिकृत स्वचालित बुकिंग पर नकेल कसते हुए, भारतीय रेलवे ने बुधवार को कहा कि उसके AI-संचालित सिस्टम ने टिकट बुकिंग के लिए 2.5 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को निष्क्रिय कर दिया है।
इसके अलावा, 22 मई को एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की गई, जिसमें 31,814 टिकटों की प्रति मिनट बुकिंग की अब तक की सबसे अधिक बुकिंग हुई, जो उन्नत प्लेटफ़ॉर्म की मज़बूती और मापनीयता को दर्शाता है।
रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि निष्पक्षता और दक्षता को और बढ़ाने के लिए, नए उपयोगकर्ता प्रोटोकॉल पेश किए गए हैं।
इसमें कहा गया है कि "आधार के माध्यम से प्रमाणित नहीं होने वाले उपयोगकर्ता पंजीकरण के 3 दिन बाद ही ओपनिंग एआरपी, तत्काल या प्रीमियम तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं, जबकि आधार-सत्यापित उपयोगकर्ता बिना देरी के टिकट बुक कर सकते हैं।"
इन प्रयासों से मापनीय सुधार हुए हैं। औसत दैनिक उपयोगकर्ता लॉगिन वित्त वर्ष 2023-24 में 69.08 लाख से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 82.57 लाख हो गया, जो 19.53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है, जबकि इसी अवधि में औसत दैनिक टिकट बुकिंग में 11.85 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके अतिरिक्त, ई-टिकटिंग अब कुल आरक्षित टिकट बुकिंग का 86.38 प्रतिशत है।