नई दिल्ली, 9 जून
इजरायली नौसेना के कमांडो ने ब्रिटिश ध्वज वाली मानवीय नौका मैडलीन को रोका, जिसे फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन (एफएफसी) द्वारा संचालित किया जाता है, क्योंकि यह गाजा पट्टी पर इजरायल की लंबे समय से चली आ रही नौसेना की नाकाबंदी को तोड़ने का प्रयास कर रही थी।
इस पर सवार लोगों में प्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और यूरोपीय संसद (एमईपी) की सदस्य रीमा हसन भी शामिल थीं।
एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला में, हसन ने कहा कि इजरायली सेना ने रात 2 बजे के आसपास जहाज पर चढ़ाई की, जब यह अंतरराष्ट्रीय जल में नौकायन कर रहा था।
उन्होंने एक्स पर लिखा, "फ्रीडम फ्लोटिला के चालक दल को अंतरराष्ट्रीय जल में इजरायली सेना ने रात 2 बजे के आसपास गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई होने वाली है - देखते रहिए।"
हसन द्वारा साझा की गई एक तस्वीर में लाइफ जैकेट पहने हुए लोग हाथ ऊपर उठाए बैठे दिखाई दे रहे हैं, जिससे पता चलता है कि उन्हें हिरासत में लिया गया था।
एफएफसी ने टेलीग्राम के माध्यम से पुष्टि की कि मैडलीन के साथ सभी संचार टूट गए हैं और इजरायली बलों पर कार्यकर्ताओं का "अपहरण" करने का आरोप लगाया।
इस बीच, ग्रेटा थनबर्ग ने भी एक वीडियो पोस्ट कर स्वीडिश सरकार से स्वयंसेवकों की रिहाई की अपील की।