नई दिल्ली, 16 जून
रेटिंग एजेंसी आईसीआरए द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछली कुछ तिमाहियों में क्रमिक सुधार के बाद, वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारतीय कंपनियों का परिचालन लाभ मार्जिन 10 से 40 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 18.2-18.5 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "आरबीआई द्वारा हाल ही में रेपो दर में कुल 100 आधार अंकों की कटौती के कारण ब्याज लागत में कमी के साथ, भारत कंपनियों के लिए ब्याज कवरेज अनुपात में वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में लगभग 5.1-5.2 गुना की वृद्धि होगी, जबकि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में यह 5.0 गुना था।"
आईसीआरए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष किंजल शाह ने कहा, "अनिश्चित वैश्विक माहौल को देखते हुए, निजी पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) चक्र के मापा रहने की उम्मीद है। हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर जैसे कुछ उभरते क्षेत्र और ऑटोमोटिव स्पेस में इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे आला सेगमेंट में भारत सरकार द्वारा घोषित विभिन्न उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन कार्यक्रमों के अनुरूप निवेश में वृद्धि जारी रहेगी।"
उन्होंने कहा, "इसके अलावा, भारतीय रेलवे और रक्षा क्षेत्रों से जुड़ी संस्थाओं को भी अपने बड़े ऑर्डर बुक राजस्व और आय में तब्दील होते हुए दिखेंगे।"