मुंबई, 19 जून
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव, कच्चे तेल की अस्थिर कीमतों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बढ़ते पारस्परिक शुल्कों को लेकर चिंताओं के कारण निवेशक सतर्क बने रहे, जिससे गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स 82.79 अंक या 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,361.87 पर बंद हुआ। दिन के दौरान यह 81,583.94 के इंट्रा-डे हाई और 81,191.04 के लो के बीच घूमता रहा। इसी तरह निफ्टी भी 18.80 अंक या 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,793.25 पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को 4.25 से 4.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने के निर्णय के बाद अनिश्चितता बढ़ गई।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के विनोद नायर ने कहा, "मध्य-पूर्व संघर्ष में अमेरिका की संभावित भागीदारी को लेकर चिंताओं के कारण दुनिया भर में सतर्कता की भावना फैलने के कारण भारतीय इक्विटी सूचकांक में नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव देखा गया।"
नायर ने कहा कि फेड द्वारा ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने के निर्णय से निवेशकों का मूड और भी प्रभावित हुआ, जबकि मुद्रास्फीति और धीमी आर्थिक वृद्धि के संकेत मिले, जिसका असर सॉफ्टवेयर निर्यात शेयरों पर पड़ा। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा गिरावट बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक और नेस्ले इंडिया में देखने को मिली, जिनमें 2.50 प्रतिशत से 1.28 प्रतिशत तक की गिरावट आई।