मुंबई, 20 जून
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ (MOPW) द्वारा शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, भारत के आर्थिक संकेतक वृद्धि के लिए अधिक सहायक होते जा रहे हैं।
रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि घरेलू मोर्चे पर कई सकारात्मक रुझान उभर रहे हैं, जिनमें उच्च जीडीपी वृद्धि, मुद्रास्फीति में कमी और मजबूत कर संग्रह शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पिछली चार तिमाहियों में सबसे अधिक है।
महंगाई दर लगातार चार महीनों से 4 प्रतिशत से नीचे बनी हुई है और जीएसटी संग्रह में लगातार वृद्धि हो रही है।
ये संकेत अर्थव्यवस्था के औपचारिक क्षेत्र में मजबूत मांग और स्थिर गतिविधि का संकेत देते हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत का नीतिगत माहौल अब एकीकृत दिशा में आगे बढ़ रहा है। राजकोषीय, मौद्रिक और नियामक नीतियों का उद्देश्य विकास की गति को बनाए रखना है।
अप्रैल 2025 से लागू होने वाली बढ़ी हुई कर छूट सीमा से डिस्पोजेबल आय में सुधार और खपत को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
साथ ही, सरकार का पूंजीगत व्यय लगातार बढ़ रहा है, जिससे निवेश चक्र को समर्थन मिल रहा है।
वैश्विक मोर्चे पर, माहौल मिला-जुला बना हुआ है। अप्रैल और मई में, टैरिफ और भू-राजनीतिक तनावों को लेकर बाज़ारों में चिंताएँ रहीं।