मुंबई, 23 जून
अमेरिका द्वारा ईरान में तीन परमाणु संयंत्रों पर बमबारी करने के बाद मध्यपूर्व में तनाव बढ़ने के कारण भारतीय शेयर बाजारों में सप्ताह की शुरुआत कमजोर रही। इससे स्पष्ट है कि अमेरिका ने चल रहे संघर्ष में इजरायल का समर्थन किया है।
इस घटनाक्रम ने निवेशकों को सतर्क कर दिया, जिससे सोमवार को बेंचमार्क सूचकांकों में गिरावट आई। सेंसेक्स 511.38 अंक या 0.62 प्रतिशत गिरकर 81,896.79 पर बंद हुआ। इंट्रा-डे के दौरान यह 82,169.67 के उच्च स्तर और 81,476.76 के निम्न स्तर के बीच घूमता रहा।
इसी तरह, निफ्टी भी लाल निशान पर बंद हुआ। यह 140.50 अंक या 0.56 प्रतिशत गिरकर 24,971.90 पर बंद हुआ। सत्र के दौरान सूचकांक ने 25,057 का इंट्रा-हाई और 24,824.85 का लो छुआ था।
दिलचस्प बात यह है कि व्यापक बाजारों ने फ्रंटलाइन सूचकांकों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप 100 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप 100 0.70 प्रतिशत बढ़ा।
सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से एचसीएल टेक, इंफोसिस, लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी सबसे ज्यादा नुकसान में रहे, जिनमें 2.28 प्रतिशत से 1.21 प्रतिशत की गिरावट आई।
दूसरी ओर, ट्रेंट, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और बजाज फिनसर्व सबसे ज्यादा लाभ में रहे, जिनमें 3.39 प्रतिशत से 0.58 प्रतिशत की वृद्धि हुई।