शिमला, 2 जुलाई
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भारी बारिश के कारण बड़े पैमाने पर भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के बाद लापता हुए 34 लोगों की तलाश के लिए बचावकर्मियों ने बुधवार को दूसरे दिन भी अभियान फिर से शुरू किया।
मंडी जिले में मंगलवार को बादल फटने और तीन बार अचानक आई बाढ़ के कारण एक पुल, 24 घर और एक जलविद्युत परियोजना बह गई, जिसके कारण अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
24 घंटे से अधिक समय से जारी आपदा के बाद लापता लोगों के बचने की संभावना कम होती जा रही है, इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
सबसे अधिक नुकसान मंडी जिले में हुआ है।
कुल मिलाकर, चंबा जिले से तीन, हमीरपुर जिले से 51 और मंडी जिले से 316 लोगों को अब तक बचाया गया है।
राज्य के मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि 7 जुलाई तक पूरे राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
इसने 2 से 7 जुलाई के लिए भारी बारिश की नारंगी चेतावनी जारी की है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा सुबह जारी बुलेटिन में कहा गया है कि पंडोह बांध से लगभग 200,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण पंडोह बाजार क्षेत्र में बाढ़ का गंभीर खतरा है, जिससे आस-पास के आवासीय घरों के डूबने की संभावना है।
इसके अलावा, मंडी जिले में स्थित ज्यूनी खड्ड नामक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।