मुंबई, 4 जुलाई
भारत को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बताते हुए केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को कहा कि एमएसएमई देश की जीडीपी में 30.1 प्रतिशत, विनिर्माण में 35.4 प्रतिशत और निर्यात में 45.73 प्रतिशत योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के साथ-साथ एमएसएमई भी भारत को 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
जीतन राम मांझी ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र बड़े उद्योगों की तुलना में कम निवेश करने वाले उद्यमियों को रोजगार देने और उन्हें उद्यमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के नए उद्यमियों को प्रशिक्षण देने और बैंक गारंटी देकर उन्हें ऋण उपलब्ध कराने का काम भी कर रहा है।
उन्होंने कहा, "उद्यम पोर्टल के माध्यम से एमएसएमई विभाग द्वारा रोजगार प्राप्त करने वाले नए उद्यमियों का पंजीकरण किया जाता है। उद्यम सहायता के तहत उन्हें प्रशिक्षण, बैंक ऋण दिलाने तथा व्यवसाय शुरू करने में मदद की जाती है। एमएसएमई विभाग ने अब तक देश में 34 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने की प्रक्रिया पूरी की है। इसके चलते विभाग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने के सपने को पूरा किया है।"