कोलकाता, 10 जुलाई
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले को देखते हुए 2025 आसान नहीं है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र फिर से पटरी पर लौटने लगा है।
पहलगाम हत्याकांड को लेकर पर्यटकों की चिंता को स्वीकार करते हुए, उन्होंने आश्वासन दिया कि वहाँ पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि उनके इस आश्वासन की पुष्टि हाल ही में पहलगाम गए और वहाँ से लौटे पर्यटक कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने यह भी दावा किया कि जम्मू-कश्मीर के लिए उड़ानों की संख्या में, खासकर चल रही अमरनाथ यात्रा के लिए, उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
यहाँ एक यात्रा एवं पर्यटन कार्यक्रम में बोलते हुए, उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने में ममता सरकार और पश्चिम बंगाल के लोगों की भूमिका की भी सराहना की।
उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल के लोग हमेशा हमारे साथ रहे हैं। हमारा रिश्ता बहुत पुराना है और इस रिश्ते का आधार विश्वास और स्नेह है। पश्चिम बंगाल हमेशा राजनीतिक और आर्थिक रूप से जम्मू-कश्मीर के साथ खड़ा रहा है।"
बाद में, मुख्यमंत्री अब्दुल्ला का राज्य सचिवालय नबान्न में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ भी बैठक करने का कार्यक्रम है।
पहलगाम त्रासदी के बाद, तृणमूल कांग्रेस ने स्थिति की समीक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर में पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भेजा था। उस समय, प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने उमर अब्दुल्ला से उनके आधिकारिक आवास पर भी मुलाकात की थी।
उन्होंने पहलगाम हमले के बाद ममता बनर्जी द्वारा जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल भेजने के फैसले की भी सराहना की।
लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा, द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) द्वारा पहलगाम में किए गए आतंकवादी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए थे।
इस नृशंस हमले में, आतंकवादियों ने लोगों का धर्म पहचानकर उनकी हत्या कर दी।