नई दिल्ली, 15 जुलाई
केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोयला परिवहन में कथित अनियमितताओं से जुड़े एक भ्रष्टाचार मामले में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल), गिद्दी-ए कोलियरी परियोजना कार्यालय, हजारीबाग के एक प्रबंधक और दो क्लर्कों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
ये गिरफ्तारियाँ सीबीआई द्वारा 6 मार्च, 2025 को गिद्दी-ए कोलियरी में की गई एक संयुक्त औचक जाँच के आधार पर की गईं।
आरोपी अधिकारियों को कथित तौर पर कोयले के अनधिकृत उठाव और परिवहन में मदद के बदले निजी कोयला उठाने वालों से अनुचित लाभ लेते हुए पाया गया।
इस मामले में अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों के भी नाम हैं, जिन पर इस रैकेट में शामिल होने का संदेह है।
सीबीआई के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों में शामिल हैं: अयोध्या करमाली, प्रबंधक, मुकेश कुमार, क्लर्क, प्रकाश महली, क्लर्क, और विजय कुमार सिंह, एक निजी व्यक्ति जो कथित तौर पर इस ऑपरेशन में बिचौलिए के रूप में काम कर रहा था।
पहले तीन आरोपी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल), गिद्दी-ए कोलियरी परियोजना कार्यालय, हजारीबाग, झारखंड में कार्यरत थे, जबकि चौथा एक निजी व्यक्ति है।
गिरफ्तार किए गए लोगों को मंगलवार को न्यायिक हिरासत में रांची स्थित विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया जा रहा है।
जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने अपनी जाँच और प्रारंभिक पूछताछ के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य एकत्र किए हैं।
आरोपियों पर एक संगठित नेटवर्क चलाने का संदेह है जो अनुकूल मंज़ूरी जारी करने और कोयले के अत्यधिक या अनधिकृत उठाव की अनुमति देने के बदले में कोयला ट्रांसपोर्टरों से रिश्वत वसूलता था।
मामले की गहन जाँच चल रही है और आगे और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।
इस मामले ने कोयला क्षेत्र में, विशेष रूप से हजारीबाग जैसे प्रमुख परिचालन क्षेत्रों में, भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा की हैं, जहाँ कोयला परिवहन क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।