जयपुर, 17 जुलाई
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कन्हैयालाल हत्याकांड में न्याय में हो रही देरी पर सवाल उठाए हैं। कन्हैयालाल की हत्या पिछले विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक विवाद का विषय बन गई थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जयपुर दौरे से ठीक पहले सोशल मीडिया पर गहलोत ने आरोप लगाया कि राजस्थान पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बावजूद, शाह के मंत्रालय के अधीन आने वाली राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) के तहत मामले में कोई खास प्रगति नहीं हुई है।
गहलोत ने याद दिलाया कि 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले, अमित शाह ने तत्कालीन कांग्रेस नीत राज्य सरकार पर निशाना साधने के लिए राजस्थान भर में चुनावी रैलियों में कन्हैयालाल मामले का बार-बार जिक्र किया था।
गहलोत ने कहा, "इस मामले में, राजस्थान पुलिस ने केवल चार घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के भाजपा से जुड़े होने का पता चला। फिर भी एनआईए ने रातोंरात जाँच अपने हाथ में ले ली। इसके बावजूद, हमने कोई आपत्ति नहीं जताई।"
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 5 लाख से 50 लाख रुपये तक के मुआवजे के झूठे दावों से जनता को गुमराह किया, और उन्होंने दावा किया कि इसी दावे ने कांग्रेस सरकार की हार में अहम भूमिका निभाई।
गहलोत ने आगे कहा, "तीन साल बाद भी न्याय नहीं मिला है। एनआईए अदालत में एक नियमित न्यायाधीश भी नहीं है और वह अब तक प्रमुख गवाहों के बयान दर्ज करने में भी विफल रही है।"