काबुल, 19 जुलाई
स्थानीय मीडिया ने शनिवार को बताया कि अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल अपने इतिहास के सबसे बुरे जल संकटों में से एक का सामना कर रही है, जिससे शहर के लाखों निवासियों का जीवन प्रभावित हो रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, हालिया आंकड़ों से पता चला है कि शहर के मध्य और पश्चिमी हिस्सों में जल स्तर में तेज़ी से गिरावट आई है।
काबुल निवासी मोहम्मद आगा ने कहा, "सब कुछ पानी पर निर्भर है। इसके बिना, जीवन बेहद कठिन हो जाता है। अगर ये पेट्रोल पंप पानी देना बंद कर दें, तो लोग भूख और प्यास से मर जाएँगे।"
एक अन्य निवासी ने कहा, "बच्चे और महिलाएँ दिन-रात बाल्टी लेकर भटकते रहते हैं, लेकिन पानी नहीं आता।"
शहर के निवासियों ने अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार से जल आपूर्ति के बुनियादी ढाँचे का विस्तार करके और गहरे कुएँ खोदकर उनकी चिंताओं का समाधान करने की अपील की है।
इससे पहले गुरुवार को, अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मानव पुनर्वास कार्यक्रम (यूएन-हैबिटेट) ने जल संकट को "अभूतपूर्व" बताया था।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने बताया कि काबुल में जल स्तर में भारी गिरावट से लगभग 60 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जिससे उनके सामने पानी की कमी का खतरा पैदा हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने X पर पोस्ट किया, "इस संकट से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश, मज़बूत सहयोग और जल उपयोग एवं प्रबंधन के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने की ज़रूरत है। जल ही जीवन है। आइए, अभी कार्रवाई करें।"