दमिश्क, 19 जुलाई
सीरियाई अधिकारियों ने शनिवार को तत्काल और व्यापक युद्धविराम की घोषणा की, जो दक्षिणी सीरिया में चल रहे घातक सांप्रदायिक संघर्षों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। इन संघर्षों के कारण हाल ही में इज़राइल ने बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए थे।
शनिवार को जारी एक बयान में, सीरियाई अधिकारियों ने कहा कि इस युद्धविराम का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बनाए रखना और "गंभीर परिस्थितियों" में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने इस कदम को राष्ट्रीय और मानवीय दायित्व बताया।
समाचार एजेंसी के अनुसार, अधिकारियों ने सभी पक्षों से शत्रुता समाप्त करने और मानवीय सहायता की सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
उन्होंने दक्षिणी प्रांत स्वेदा पर राज्य का नियंत्रण बहाल करने, विस्थापित नागरिकों की वापसी में सहायता करने और कानून-व्यवस्था बहाल करने का संकल्प लिया। साथ ही, चेतावनी दी कि युद्धविराम के किसी भी उल्लंघन को राष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन माना जाएगा और इसके कानूनी परिणाम भुगतने होंगे।
यह घोषणा सीरिया के लिए अमेरिकी विशेष दूत टॉम बैरक द्वारा एक्स पर युद्धविराम समझौते की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद आई। बैरक ने कहा कि इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और सीरिया के अंतरिम नेता अहमद अल-शराआ, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की मध्यस्थता में, युद्धविराम पर सहमत हुए हैं।
इस समझौते को तुर्की, जॉर्डन और सीरिया के अन्य पड़ोसी देशों सहित क्षेत्रीय शक्तियों का भी समर्थन प्राप्त है।
यह युद्धविराम समझौता स्वेदा प्रांत में छह दिनों तक चली भीषण सांप्रदायिक झड़पों के बाद हुआ है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे और व्यापक क्षेत्रीय तनाव की आशंकाएँ पैदा हो गई थीं।
इस समझौते में सभी स्थानीय गुटों के विघटन, भारी हथियारों के हस्तांतरण और पूर्व लड़ाकों को राष्ट्रीय सुरक्षा संरचनाओं में शामिल करने का प्रावधान है।
द्रुज़ समुदाय के आध्यात्मिक नेतृत्व ने युद्धविराम का स्वागत करते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें चल रही शत्रुता को समाप्त करने की तत्परता व्यक्त की गई और "ज्ञान और तर्क" की ओर लौटने का आह्वान किया गया।