नई दिल्ली, 5 अगस्त
मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग ने नई सूचीबद्ध कंपनियों में मज़बूत भागीदारी दिखाई है। अप्रैल-जून तिमाही में हाल ही में जारी आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आईपीओ) में कुल निवेश 5,294 करोड़ रुपये से अधिक रहा।
स्टॉक ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म वेंचुरा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इनमें से ज़्यादातर नई कंपनियाँ स्मॉल-कैप श्रेणी में आती हैं, और केवल एक को मिडकैप श्रेणी में रखा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, स्मॉल-कैप आईपीओ में, म्यूचुअल फंड हाउसों ने इस तिमाही के दौरान एथर एनर्जी में 1,351 करोड़ रुपये, श्लॉस बैंगलोर में 679 करोड़ रुपये, एजिस वोपाक टर्मिनल्स में 495 करोड़ रुपये, बेलरिस इंडस्ट्रीज में 398 करोड़ रुपये, ओसवाल पंप्स में 387 करोड़ रुपये, एलेनबैरी इंडस्ट्रियल गैसेस में 357 करोड़ रुपये, कल्पतरु में 241 करोड़ रुपये और संभव स्टील ट्यूब्स में 55 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
फंड हाउसों ने एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के आईपीओ के लिए 1,331 करोड़ रुपये आवंटित किए, जो एक मिडकैप कंपनी थी।
इस बीच, जनवरी-मार्च तिमाही के लिए शीर्ष 20 एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (एएमसी) (एसेट अंडर मैनेजमेंट के आधार पर) की शीर्ष 335 इक्विटी योजनाओं में से 90 प्रतिशत योजनाओं ने निफ्टी 50 टीआरआई से बेहतर प्रदर्शन किया, जो इस अवधि के दौरान सूचकांक के अपेक्षाकृत कम प्रदर्शन को दर्शाता है।