नई दिल्ली, 14 अगस्त
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने चुनावी गड़बड़ियों का आरोप लगाने के लिए नेताओं द्वारा "वोट चोरी" जैसे शब्दों के इस्तेमाल पर कड़ी आपत्ति जताई है। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ऐसी भाषा को भारतीय मतदाताओं की गरिमा और चुनाव अधिकारियों की ईमानदारी पर हमला मानता है।
सूत्रों के अनुसार, आयोग का कहना है कि "एक व्यक्ति, एक वोट" का सिद्धांत 1951-52 के पहले आम चुनावों से ही दृढ़ता से लागू है, और दोहरा मतदान का कोई भी आरोप सत्यापन योग्य साक्ष्यों से समर्थित होना चाहिए।
ECI सूत्रों ने कहा, "अगर किसी के पास किसी भी चुनाव में किसी व्यक्ति द्वारा वास्तव में दो बार मतदान करने का कोई सबूत है, तो उसे बिना किसी सबूत के भारत के सभी मतदाताओं को 'चोर' बताने के बजाय, एक लिखित हलफनामे के साथ चुनाव आयोग के साथ साझा किया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि आयोग विशेष रूप से चिंतित है कि इस तरह की बयानबाजी न केवल करोड़ों भारतीय मतदाताओं पर संदेह पैदा करती है, बल्कि चुनाव कराने में लगे चुनाव अधिकारियों की विश्वसनीयता को भी कमज़ोर करती है।