नई दिल्ली, 19 अगस्त
आर्थिक संबंधों में और सुधार के संकेत देते हुए, चीन ने भारत को उसकी प्रमुख व्यापारिक चिंताओं, खासकर दुर्लभ मृदा और उर्वरकों के आयात से जुड़ी चिंताओं का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को बताया है कि बीजिंग भारत की तीन प्रमुख चिंताओं - दुर्लभ मृदा, उर्वरक और सुरंग खोदने वाली मशीनों - का समाधान कर रहा है।
चीन ने अमेरिकी टैरिफ वृद्धि के जवाब में दुर्लभ मृदा चुम्बकों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिए हैं और व्यापार युद्ध में इस वस्तु का इस्तेमाल सौदेबाजी के तौर पर कर रहा है। इसका असर उन अन्य देशों पर भी पड़ा है जो चीनी आयात पर निर्भर हैं।
दुर्लभ मृदा चुम्बकों का उपयोग विभिन्न प्रकार के उच्च-तकनीकी अनुप्रयोगों में किया जाता है, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक सामान और इलेक्ट्रिक वाहनों से लेकर बड़े पैमाने के औद्योगिक उपकरण शामिल हैं।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी सोमवार को दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुँचे। इस दौरान वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों (एसआर) की वार्ता का एक नया दौर आयोजित करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वांग यी की भारत यात्रा से दोनों देशों को पिछले साल चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बनी सहमति को लागू करने में मदद मिलेगी।