नई दिल्ली, 2 सितंबर
अमेरिकी ऑटो दिग्गज टेस्ला का भारतीय बाजार में प्रवेश उम्मीद से कम रहा, क्योंकि जुलाई के मध्य में बुकिंग शुरू होने के बाद से कंपनी को केवल 600 से ज़्यादा ऑर्डर मिले हैं।
कई रिपोर्टों के अनुसार, यह आँकड़ा टेस्ला की वैश्विक बिक्री की तुलना में काफ़ी कम है, जहाँ वह हर चार घंटे में इतनी ही गाड़ियाँ पहुँचाती है।
भारत में कुल कार बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी केवल 5 प्रतिशत से थोड़ी ज़्यादा है। उच्च-स्तरीय श्रेणी में, 2025 की पहली छमाही में 45 लाख रुपये से 70 लाख रुपये के बीच कीमत वाले केवल 2,800 इलेक्ट्रिक वाहन ही बिके।
टेस्ला अब बाज़ार के एक छोटे से हिस्से में प्रतिस्पर्धा कर रही है, जहाँ चीनी प्रतिद्वंद्वी BYD का प्रदर्शन बेहतर रहा है। टैरिफ बाधाओं का सामना करने के बावजूद, BYD ने इस साल की पहली छमाही में अपनी सीलियन 7 एसयूवी की 1,200 से ज़्यादा इकाइयाँ बेचीं। सीलियन 7 की एक्स-शोरूम कीमत 49 लाख रुपये से शुरू होती है, जो इसे अपने प्रतिद्वंद्वी पर प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करती है।