इस्लामाबाद, 4 सितंबर
समन्वित बाढ़ प्रबंधन और सुदृढ़ बुनियादी ढाँचे के अभाव के कारण पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक करतारपुर साहिब गुरुद्वारा परिसर मूसलाधार मानसूनी बारिश और रावी नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण जलमग्न हो गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "ऐसे समय में जब उम्मीदें अक्सर राजनीति की बंधक बन जाती हैं, डूबा हुआ करतारपुर कॉरिडोर हमें याद दिलाता है कि आस्था, मानवता और प्रकृति की शक्तियां, सभी में विभाजन और एकीकरण की शक्ति है। कॉरिडोर की मजबूती सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों को इसे एक कूटनीतिक प्रतीक से बढ़कर, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और पारिस्थितिक रूप से एक जीवंत सेतु के रूप में देखना होगा।"