नई दिल्ली, 23 सितंबर
एसएंडपी ग्लोबल की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत घरेलू मांग, वस्तु एवं सेवा (जीएसटी) दरों के युक्तिकरण और आयकर सुधारों के बल पर, भारत की जीडीपी वृद्धि दर इस वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) में 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रहने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि घरेलू मांग मजबूत बनी रहेगी, जिसे मोटे तौर पर अनुकूल मानसून, आयकर और जीएसटी कर में कटौती और सरकारी निवेश में तेजी का समर्थन प्राप्त होगा।
एसएंडपी ग्लोबल के 'चौथी तिमाही एशिया-प्रशांत आर्थिक परिदृश्य' के अनुसार, "जून तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर हमारी अपेक्षा से बेहतर 7.8 प्रतिशत रही।"
भारत के लिए, "खाद्य मुद्रास्फीति में अपेक्षा से अधिक गिरावट के बाद, हमने इस वित्त वर्ष के लिए अपने मुद्रास्फीति पूर्वानुमान को घटाकर 3.2 प्रतिशत कर दिया है।"
इससे मौद्रिक नीति में और अधिक समायोजन की गुंजाइश बनती है और हमारा अनुमान है कि इस वित्तीय वर्ष में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की जाएगी।