भोपाल, 7 अक्टूबर
वित्तीय धोखाधड़ी पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), भोपाल ने 3 अक्टूबर को भोपाल, विदिशा, कटनी और छतरपुर ज़िलों में सात ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया।
त्रिपाठी पर 2019 से नवंबर 2021 के बीच मध्य प्रदेश सरकार की विवाह सहायता योजना के ज़रिए लगभग 30.18 करोड़ रुपये के बड़े गबन का आरोप है।
पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के परिवारों की सहायता के लिए बनाई गई इस योजना का त्रिपाठी और डेटा एंट्री ऑपरेटर योगेंद्र शर्मा और हेमंत साहू ने कथित तौर पर फायदा उठाया।
ईडी के निष्कर्षों के अनुसार, तीनों ने जाली दस्तावेज़ तैयार किए और सरकारी पोर्टल पर धोखाधड़ी वाला डेटा अपलोड किया, जिससे अयोग्य लाभार्थियों को धनराशि हस्तांतरित की जा सकी।
आगे की जाँच जारी है, और जैसे-जैसे अधिकारी घोटाले में शामिल लेन-देन और लाभार्थियों के नेटवर्क की गहराई से जाँच करेंगे, और भी खुलासे होने की उम्मीद है।