मुंबई, 8 अक्टूबर
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि आरबीआई ने यूनिफाइड मार्केट इंटरफेस (यूएमआई) की अवधारणा तैयार की है और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को जोड़ने के लिए मानक विकसित करने पर काम चल रहा है।
यहां ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, मल्होत्रा ने यह भी कहा कि प्रस्तावित "यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (यूएलआई) का उद्देश्य ऋणदाताओं को वैकल्पिक क्रेडिट मॉडल बनाने के लिए डेटा के उपयोग को सक्षम बनाना है, जैसा कि यूपीआई ने भुगतान क्षेत्र में किया है।"
आरबीआई गवर्नर ने उन्हें सहज अनुभव प्रदान करके ग्राहक-प्रथम दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी ताकि ग्राहकों को कम से कम समर्थन पर निर्भर रहना पड़े, जिससे परेशानी कम हो और जुड़ाव में सुधार हो।
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि फिनटेक कंपनियों को डिजिटल भुगतान की सफलता को छोटे व्यवसायों और अन्य वंचित वर्गों तक विस्तारित करना चाहिए, और वित्तीय पहुँच बढ़ाने वाले नए उत्पादों और सेवाओं की खोज करनी चाहिए।
मल्होत्रा ने आगे कहा कि उपयोगकर्ताओं के बीच विश्वास बढ़ाने के लिए अनुपालन, डेटा सुरक्षा, पारदर्शिता और मज़बूत सुरक्षा उपाय उत्पाद डिज़ाइन के मूल में होने चाहिए।