नई दिल्ली, 16 अक्टूबर
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) को गुरुवार को अपना पहला तेजस एमके-1ए लड़ाकू विमान मिलने वाला है, जो भारत के स्वदेशी रक्षा निर्माण कार्यक्रम में एक बड़ी उपलब्धि होगी।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित यह विमान शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में महाराष्ट्र के नासिक में एक समारोह में भारतीय वायु सेना को सौंपा जाएगा।
पिछले महीने, 25 सितंबर को, रक्षा मंत्रालय ने एचएएल के साथ 97 तेजस एमके-1ए लड़ाकू विमानों - 68 सिंगल-सीटर और 29 ट्विन-सीटर ट्रेनर वेरिएंट - की आपूर्ति के लिए 62,370 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। इस सौदे से भारतीय वायु सेना की परिचालन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
एचएएल के अनुसार, तेजस एमके-1ए में इस्तेमाल होने वाले 65 प्रतिशत से अधिक पुर्जे स्वदेशी रूप से निर्मित हैं, जो 'मेक इन इंडिया' पहल के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आने वाले वर्षों में बेहतर इंजन आपूर्ति श्रृंखला से भारतीय वायुसेना को विमानों की आपूर्ति में तेजी आने की उम्मीद है।