नई दिल्ली, 23 अक्टूबर
गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के टैरिफ के बाद भारत के चमड़ा और संबद्ध उत्पाद उद्योग के राजस्व में चालू वित्त वर्ष में 10-12 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। साथ ही, ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और GST में कटौती से चमड़ा निर्यातकों को कुछ राहत मिलेगी।
चमड़ा और संबद्ध उत्पाद उद्योग ने वित्त वर्ष 2025 में 56,000 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है और निर्यात से प्राप्त राजस्व का 70 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त हुआ है।
बयान में कहा गया है, "हाल ही में ब्रिटेन के साथ हस्ताक्षरित मुक्त व्यापार समझौता (FTA), अमेरिका के अलावा अन्य बाजारों से निरंतर मांग और अन्य निर्यात स्थलों तक पहुँच बनाने के प्रयासों से निर्यात राजस्व में गिरावट को कम करने में मदद मिल सकती है।"
एजेंसी ने कहा कि कच्चे और टैन्ड चमड़े की कीमतों में मामूली गिरावट निर्यातकों को कुछ राहत प्रदान करेगी, लेकिन टैरिफ के प्रभाव की भरपाई के लिए पर्याप्त नहीं होगी।