मुंबई, 1 नवंबर
विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली, मिश्रित तिमाही आय (दूसरी तिमाही की आय), वैश्विक भू-राजनीतिक अनिश्चितता और अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के फैसले से प्रेरित बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद घरेलू व्यापक बाजार लगातार दूसरे सप्ताह बढ़त के साथ बंद हुआ।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक क्रमशः 1 प्रतिशत और 0.7 प्रतिशत बढ़े। इसी तरह, निफ्टी मिडकैप 100 में 1 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉलकैप में 0.7 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
सेंसेक्स और निफ्टी 50 में गिरावट के बावजूद प्रमुख क्षेत्रीय सूचकांक सप्ताह के दौरान मजबूत रहे। निफ्टी पीएसयू बैंक सूचकांक में 4.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, इसके बाद तेल एवं गैस (3 प्रतिशत), निफ्टी मेटल्स (2.5 प्रतिशत) और निफ्टी एनर्जी (1.8 प्रतिशत) का स्थान रहा। दूसरी ओर, निफ्टी फार्मा, निफ्टी ऑटो और प्राइवेट बैंक सूचकांकों में 1 प्रतिशत तक की गिरावट आई, जो उपभोक्ता क्षेत्रों में चुनिंदा मुनाफावसूली को दर्शाता है।