मुंबई, 7 नवंबर
चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी. अनंत नागेश्वरन ने शुक्रवार को कहा कि ग्लोबल अनिश्चितता के बावजूद भारत का प्राइवेट कैपिटल खर्च मज़बूत बना हुआ है, और देश को मौजूदा फाइनेंशियल ईयर (FY26) में 6.8 प्रतिशत से ज़्यादा GDP ग्रोथ हासिल करने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी बताया कि कंपनियों ने इस साल प्राइमरी मार्केट से लगभग 2 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो निवेशकों के मज़बूत भरोसे को दिखाता है।
पांडेय ने स्ट्रक्चरल मौकों पर ज़ोर देते हुए कहा कि म्यूचुअल फंड के तहत मैनेज किए जाने वाले एसेट्स GDP के 25 प्रतिशत से कम हैं, जिसमें शहरी हिस्सेदारी लगभग 15 प्रतिशत और ग्रामीण हिस्सेदारी 6 प्रतिशत है।