चंडीगढ़, 29 नवंबर:
पहले 'लोक कला साधक सम्मान' चंडीगढ़ क्राफ्ट मेले के उद्घाटन के अवसर पर राज्यपाल पंजाब और अध्यक्ष उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा चार राज्यों के चार कलाकारों को प्रदान किए जायेंगे । इस वर्ष इन अवार्ड के लिए ' लोक संगीत' के क्षेत्र में संयुक्त रूप से राजस्थान के श्री वासुदेव भट्ट और हरियाणा के श्री सुभाष नगाड़ा का चयन किया गया है । इसी प्रकार 'लोक नृत्य' के क्षेत्र में जम्मू कश्मीर के खेमराज और पंजाब के स्वर्ण सिंह का चयन किया गया है । इन अवार्ड की घोषणा उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की शासकीय परिषद की पिछले वर्ष हुई बैठक में की गई थी । सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित किए जाकर एक ज्यूरी के माध्यम से इनका चयन किया गया है । प्रतिवर्ष दो श्रेणियों में ये अवार्ड दिए जायेंगे एक 'लोक संगीत' के क्षेत्र में और दूसरा 'लोक नृत्य' के क्षेत्र में और प्रत्येक की राशि पांच लाख रुपए घोषित की गई थी । इस बार दोनो श्रेणियों में दो दो कलाकारों का संयुक्त रूप से चयन होने के कारण अवार्ड की राशि समान रूप से विभाजित की जाएगी। अनुमोदित नियमों के अनुसार उन लोक कलाकारों में से सम्मान हेतु चयन किया जाता है जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम ना हो और जिन्होंने अपना जीवन लोक कलाओं के लिए समर्पित कर दिया हो । एक प्रकार से ये लाइफटाइम अचीवमेंट हैं। ज्ञात रहे कि लोक कलाओं के लिए दिए जाने वाले ये अवार्ड देश में अपनी तरह के पहले अवार्ड हैं । वासुदेव भट्ट श्री वासुदेव भट्ट लोक नाट्य 'जयपुर तमाशा' के विख्यात कलाकार हैं जिन्होंने पारंपरिक तमाशा शैली में कई प्रयोग किए और अनेक नए तमाशों की रचना की । सुभाष नगाड़ा - हरियाणा श्री सुभाष नगाड़ा रोहतक जिले के ऐसे लोक कलाकार हैं जिन्होंने लुप्त हो रहे नगाड़ा वादन को अपना क्षेत्र चुना और स्वयं को समर्पित कर दिया । अभावों और व्यक्तिगत दुर्घटनाओं के चलते भी नगाड़ा वादन के प्रति अपने समर्पण को कम नहीं होने दिया । खेमराज - जम्मू एवं कश्मीर उधमपुर के निवासी श्री खेमराज जम्मू एवम कश्मीर की लोक नृत्य शैली 'कुद' के ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन लोक नृत्य के लिए समर्पित किया है । 2015 में आपको संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया गया और अभी 73 वर्ष की उम्र में भी पूरे जोश से नृत्य साधना करते हैं। आपकी समर्पण भाव से लोक नृत्य की सेवा करने के कारण 'कुद' नृत्य का नाम दूर दूर तक पहुंचा है । श्री स्वर्ण सिंह - पंजाब श्री स्वर्ण सिंह मोहाली के निवासी हैं और पंजाबी लोक नृत्य विशेषकर भांगड़ा के लिए बहुत ही जाना पहचाना नाम है । आपने देश के अनेक प्रांतों के साथ साथ विदेशों में भी अपनी प्रस्तुतियां दी हैं । नई और पुरानी पीढ़ी को भांगड़ा के मूलस्वरूप को सिखाने में आप बहुत सक्रिय हैं ।