मुंबई, 6 मई (एजेंसी) : बढ़ती अस्थिरता और एफआईआई की लगातार बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों ने सोमवार को अपनी बढ़त गंवा दी। सेंसेक्स 17.39 अंक या 0.02 प्रतिशत बढ़कर 73,895.54 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 33.15 अंक या 0.15 प्रतिशत गिरकर 22,442.70 पर बंद हुआ। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि अप्रैल में एफआईआई ने अनिश्चित वैश्विक मैक्रो के बीच 39,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। उन्होंने कहा, "इसके अलावा, पिछले आठ कारोबारी सत्रों में इंडिया वीआईएक्स 70 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 10 से 17 के करीब अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जो वैश्विक अनिश्चितताओं और अगले महीने लोकसभा चुनावों के नतीजों के कारण निवेशकों में बढ़ती घबराहट को दर्शाता है।" उन्होंने कहा, "इसलिए, निकट भविष्य में शेयर-विशिष्ट कार्रवाई के साथ बाजार व्यापक दायरे में रहने की संभावना है।" सोमवार को उच्च अस्थिरता के बीच उच्च स्तर पर खुलने के बाद निफ्टी में धीरे-धीरे गिरावट देखी गई। सेक्टरवार, यह रियल्टी, आईटी और एफएमसीजी शेयरों में देखी गई खरीदारी के साथ मिलाजुला रहा। खेमका ने कहा कि आरबीआई द्वारा सख्त ऋण नियमों का प्रस्ताव दिए जाने के बाद पीएसयू, विशेष रूप से बैंकिंग और एनबीएफसी दबाव में थे। असित सी मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के तकनीकी और डेरिवेटिव्स रिसर्च के एवीपी नीरज शर्मा ने कहा कि पिछले सप्ताह मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और पीएसयू क्षेत्रों में नुकसान के कारण घरेलू बेंचमार्क सूचकांक सोमवार को बिकवाली के दबाव में थे।