जयपुर, 1 अक्टूबर
राजस्थान के वन मंत्री संजय शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राजस्थान के उदयपुर के गोगुंदा कस्बे में एक महिला को मारने वाले आदमखोर तेंदुए को गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
मंत्री ने कहा, "मंगलवार को तेंदुए ने जिस जगह शिकार किया था, उसे चिह्नित कर इलाके की घेराबंदी की जाएगी। तेंदुआ न केवल लोगों का शिकार कर रहा है, बल्कि शवों को भी क्षत-विक्षत कर रहा है। जंगली जानवर आदमखोर बन चुका है।"
उन्होंने कहा कि हमला करने के बाद तेंदुआ करीब तीन किलोमीटर आगे बढ़ जाता है और फिर नए शिकार की तलाश करता है।
मंत्री ने कहा, "उम्मीद है कि आज शाम तक आदमखोर तेंदुए को मार दिया जाएगा।"
वन विभाग ने बताया कि केलवों का खेड़ा गांव के वन क्षेत्र में तेंदुए को मारने के लिए एक दर्जन से अधिक टीमें तैयारी कर रही हैं।
टीम के साथ ढोल बजाने वाले भी हैं, जो जंगल में ढोल बजाकर तेंदुए को भगाएंगे। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि शूटर उसे मार सकें।'' उन्होंने कहा कि तेंदुए को मारने से पहले उसकी सही पहचान सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक रिपोर्ट समिति और राजस्थान के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को दी जानी चाहिए। महिला की पहचान कमला कुंवर (55) के रूप में हुई है।
यह जंगली जानवर द्वारा मारे गए क्षेत्र में पिछले बारह दिनों में आठवीं मौत है। मंगलवार को आदमखोर तेंदुए ने घर में काम कर रही कमला कुंवर पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके विरोध में गोगुंदा कस्बे के निवासियों ने हाईवे जाम कर दिया। वह अपने घर के आंगन में काम कर रही थी, तभी तेंदुए ने उसे मार गिराया। महिला की चीख सुनकर परिवार के अन्य सदस्य बाहर भागे, लेकिन तेंदुआ उसका शव छोड़कर भाग गया। आखिरकार वन विभाग ने जानवर को गोली मारने के आदेश जारी किए। मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार उपाध्याय ने बताया कि वन विभाग ने पिछले कुछ दिनों में पिंजरे लगाकर चार तेंदुओं को पकड़ा भी है, लेकिन हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
रविवार को बड़गांव थाना क्षेत्र के राठौड़ का गुड़ा में तेंदुए ने मंदिर के पुजारी विष्णु गिरी (65) को मार डाला। आदमखोर तेंदुए का पहला हमला 19 सितंबर को गोगुंदा की छाली पंचायत के उंडीथल में हुआ था, जब 16 वर्षीय कमला गमेती उसका शिकार बनी थी।