श्री फतेहगढ़ साहिब/20 मई:
(रविंदर सिंह ढींडसा)
श्री गुरु ग्रंथ साहिब वर्ल्ड विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने सोलन के कंडाघाट में स्थित आईसीएआर-मशरूम अनुसंधान निदेशालय (आईसीएआर-डीएमआर) का शैक्षिक दौरा आयोजित किया। संकाय सदस्य डॉ. रूपिंदर कौर (विभागाध्यक्ष), डॉ. सिमरन जोत कौर, डॉ. नैन्सी, इंजी. नवगीत कौर और सुश्री कुदरतदीप कौर के नेतृत्व में 47 छात्रों के एक समूह ने यह दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को मशरूम की खेती के क्षेत्र में नवीनतम शोध और तकनीकी प्रगति के बारे में प्रत्यक्ष ज्ञान प्रदान करना था। आईसीएआर-डीएमआर मशरूम अनुसंधान के लिए समर्पित एक प्रमुख संस्थान है और देश में अपनी तरह का एकमात्र संस्थान है, जो खाद्य मशरूम प्रजातियों पर व्यापक शोध करने और भारत भर में किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करने में शामिल है।इस यात्रा के दौरान, आईसीएआर-डीएमआर की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनुराधा श्रीवास्तव ने संस्थान में मशरूम की खेती, चल रहे शोध और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पहल की मूल बातें पर अपनी विशेषज्ञता साझा की। छात्रों ने वैज्ञानिको के साथ बातचीत की और मशरूम की खेती के विभिन्न पहलुओं, जिसमें स्पॉन उत्पादन, खेती की तकनीक, कीट और रोग प्रबंधन और कटाई के बाद की प्रक्रिया शामिल है, के बारे में व्यावहारिक जानकारी प्राप्त की। यह यात्रा छात्रों के लिए एक मूल्यवान शिक्षण अनुभव साबित हुई, जिसने सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाट दिया। इसने कई उभरते जैव प्रौद्योगिकीविदों को एक आशाजनक कैरियर के रूप में मशरूम जैव प्रौद्योगिकी की क्षमता का पता लगाने के लिए प्रेरित किया।