चेन्नई, 22 मई
इस साल की शुरुआत में श्रीलंकाई तटरक्षक बल द्वारा गिरफ्तार किए गए तमिलनाडु के ग्यारह मछुआरे बुधवार रात चेन्नई हवाई अड्डे पर भावुक स्वागत के बीच स्वदेश लौट आए।
सभी मछुआरे रामेश्वरम के निवासी हैं और 11 जनवरी को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में निकले थे। हालांकि, उन्हें कथित तौर पर अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पार करने के लिए श्रीलंकाई तटरक्षक बल ने बीच समुद्र में ही रोक लिया।
उनकी नावों को जब्त कर लिया गया और मछुआरों को हिरासत में ले लिया गया, बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया और श्रीलंका की जेल में बंद कर दिया गया।
गिरफ्तारियों ने तमिलनाडु में चिंता पैदा कर दी, जिसके चलते मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की।
अनुरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कोलंबो में भारतीय उच्चायोग के साथ समन्वय किया।
कई सप्ताह के कूटनीतिक प्रयासों के बाद, सभी 11 मछुआरों को श्रीलंकाई जेल से रिहा कर दिया गया और 14 मई को औपचारिक रूप से भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया।
भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराए।