कोलकाता, 23 मई
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के दो जिलों से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक फर्जी वित्तीय संस्था द्वारा चलाई जा रही फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए निवेशकों को ठगा गया।
दोनों को गुरुवार देर रात राज्य के दो जिलों में पांच अलग-अलग स्थानों पर मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान के बाद गिरफ्तार किया गया। ये सभी स्थान एलएफएस ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड नामक उक्त वित्तीय संस्था से जुड़े थे।
दोनों व्यक्तियों की पहचान दिलीप मैती और मोहम्मद अनारुल इस्लाम के रूप में हुई है। मैती को हुगली जिले के आरामबाग स्थित उनके आवास-सह-कार्यालय से गिरफ्तार किया गया, जबकि इस्लाम को बीरभूम जिले के बोलपुर से गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों ने बताया कि जांच अधिकारियों ने गुरुवार को दिनभर की छापेमारी और तलाशी अभियान के दौरान इन पांच स्थानों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए, खास तौर पर गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के आवास-सह-कार्यालयों से।
सूत्रों ने बताया कि फिलहाल मामले की विस्तृत जानकारी जुटाने के लिए दोनों से पूछताछ की जा रही है। पता चला है कि मैती निदेशकों में से एक है, जबकि दूसरा उक्त इकाई का शीर्ष अधिकारी है। ईडी के निष्कर्षों के अनुसार, शेयर ब्रोकरेज फर्म के रूप में इकाई की पहचान केवल दिखावा थी, और वास्तव में, वे बाजार में, विशेष रूप से पश्चिम बंगाल के ग्रामीण क्षेत्रों में अनधिकृत और फर्जी वित्तीय निवेश को बढ़ावा देते थे, और इस प्रक्रिया में, कई निवेशकों को भारी मात्रा में धन ठगते थे।