नई दिल्ली, 27 मई
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मंगलवार को सरकार पर गंभीर सवालों से बचने का आरोप लगाते हुए पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों के ठिकानों और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध विराम समझौते में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कथित भूमिका पर जवाब मांगा।
एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में रमेश ने कहा, "नेहरू की पुण्यतिथि पर भी देश के सर्वोच्च (गलत) नेता और मास्टर डिस्टोरियन नेहरू की आलोचना में सक्रिय हैं। यह आज हमारे सामने मौजूद कई गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने का एक दयनीय प्रयास है, जिसका उन्हें जवाब देना चाहिए।"
उन्होंने चार प्रमुख सवाल उठाए, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान और चीन से संबंधित कथित कूटनीतिक चूक को जनता के सामने लाना महत्वपूर्ण है।
"भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संबंध और पाकिस्तान को अलग-थलग करने की हमारी कूटनीति और हमारे कथन की विफलता पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं?" रमेश ने यह सवाल ऐसे समय में पूछा है, जब नई दिल्ली ने आतंकवाद के खिलाफ देश के रुख को समझाने के लिए मित्र देशों में सांसदों की टीमें भेजकर वैश्विक कूटनीतिक पहुंच की शुरुआत की है। पहलगाम हमलावरों के भाग्य पर, कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) ने पूछा, “पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी अभी भी कहीं न कहीं क्यों घूम रहे हैं - खासकर तब, जब कथित तौर पर वे पुंछ (दिसंबर 2023), गगनगीर (अक्टूबर 2024) और गुलमर्ग (अक्टूबर 2024) में हुए आतंकी हमलों में शामिल थे?”