पटना, 3 जून
बिहार के सीवान जिले में भारी बारिश के साथ आए शक्तिशाली तूफ़ान ने कई गांवों में तबाही मचा दी है।
सोमवार शाम को अचानक आए तूफ़ान ने कई लोगों को चौंका दिया। अनुमान है कि हवा की रफ़्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे थी।
लकड़ी नबीगंज थाने के एसएचओ के मुताबिक तूफ़ान की वजह से दर्जनों पेड़ उखड़ गए, टिन की छतें उड़ गईं और इमारतें ढह गईं।
अफ़रातफ़री के बीच सात लोग पेड़ों या इमारतों के नीचे दबकर मर गए।
लकड़ी नबीगंज की रहने वाली चंद्रावती देवी की मौत आम के पेड़ के गिरने से हो गई। उसी गांव में दीवार का पैनल गिरने से कलपती देवी की मौत हो गई।
भगवानपुर के रहने वाले यूसुफ़ अली ने अपनी कार में शरण ली, जो एक पेड़ के नीचे दब गई।
राम कुशवाहा घर लौट रहे थे, तभी एक बड़ा पेड़ उनके ऊपर गिर गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
बड़हरिया थाना क्षेत्र के बहादुर गांव के दिहाड़ी मजदूर शाहिद अख्तर की काम के दौरान छत गिरने से मौत हो गई।
बसंतपुर बसाव गांव के नंद किशोर सिंह एक पेड़ के पास खड़े थे, जो टूटकर उनके ऊपर गिर गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
विशनपुर गांव की 40 वर्षीय अलीम बेगम बकरियां चराने गई थीं और महुआ के पेड़ के नीचे खड़ी थीं, तभी पेड़ गिर गया, जिससे वे दब गईं।