नई दिल्ली, 4 जून
विश्व यात्रा एवं पर्यटन परिषद (डब्ल्यूटीटीसी) द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पर्यटन एवं पर्यटन क्षेत्र से 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 22 लाख करोड़ रुपये का योगदान मिलने की उम्मीद है, तथा विदेशी एवं घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के कारण इस क्षेत्र में रोजगार के 48 मिलियन से अधिक होने की संभावना है।
डब्ल्यूटीटीसी की अध्यक्ष एवं सीईओ जूलिया सिम्पसन ने कहा कि 2025 के दौरान अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों का खर्च 3.2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि घरेलू पर्यटकों का खर्च 16 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि भारत में यात्रा एवं पर्यटन उद्योग बहुत महत्वपूर्ण नियोक्ता है, तथा 2024 में, पूरे भारत में इस क्षेत्र में 46 मिलियन से अधिक रोजगार सृजित किए गए, जो देश में कुल रोजगार का नौ प्रतिशत से अधिक है।
डब्ल्यूटीटीसी ने 2025 के लिए रोजगार के आंकड़ों का अनुमान लगाया है और 2035 में 48.2 मिलियन और 63.9 मिलियन का अनुमान लगाया है।
सिम्पसन ने 2024 को भारत में यात्रा और पर्यटन के लिए "वास्तव में अविश्वसनीय वर्ष" करार दिया और कहा कि महामारी के बाद की रिकवरी में घरेलू यात्रा खर्च महत्वपूर्ण था और भविष्य "बहुत उज्ज्वल" दिखता है।
उन्होंने कहा कि भारत का यात्रा और पर्यटन क्षेत्र अभूतपूर्व वृद्धि का अनुभव कर रहा है, मजबूत घरेलू निर्भरता की अवधि के बाद अब अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों की संख्या रिकॉर्ड ऊंचाई पर है।
आंकड़ों के अनुसार, 2024 में, भारत में अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों का खर्च रिकॉर्ड 3.1 ट्रिलियन रुपये ($36.8 बिलियन) 2024 तक पहुंच गया, जो कि पिछले प्री-कोविड-19 शिखर से नौ प्रतिशत अधिक है।