नई दिल्ली, 5 जून
बुधवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पॉलीविनाइल क्लोराइड (पीवीसी) रेजिन की मांग वित्त वर्ष 27 तक 8 प्रतिशत बढ़कर 5.5 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) तक पहुंचने की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 20-वित्त वर्ष 25 के दौरान पीवीसी रेजिन की मांग में 6.2 प्रतिशत की सीएजीआर से अच्छी वृद्धि देखी गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 4.7 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) तक पहुंच गई। केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि अनुकूल सरकारी नीतियों द्वारा समर्थित अंतिम उपयोगकर्ता उद्योगों की मजबूत मांग के दम पर यह हासिल किया गया।
भारत की पीवीसी की कुल मांग में से 95 प्रतिशत सस्पेंशन पीवीसी रेजिन से संबंधित है, और शेष 5 प्रतिशत पेस्ट पीवीसी रेजिन से संबंधित है। केयरएज रेटिंग्स के सहायक निदेशक रोहन देशमुख ने कहा, "वित्त वर्ष 2027 तक 2.5 एमएमटी की आगामी घरेलू क्षमता वृद्धि से वर्तमान उत्पादन स्तर दोगुना से अधिक होने की उम्मीद है, जिससे आयात पर निर्भरता औसतन 1.4 एमएमटी तक कम हो जाएगी - वित्त वर्ष 2025 में आयात 62 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2027 में कुल घरेलू खपत का 30 प्रतिशत हो जाएगा।"