पटना, 6 जून
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बिहार दौरे की शुरुआत के साथ ही सत्तारूढ़ एनडीए के कई नेताओं ने उन पर और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। इनमें केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, गिरिराज सिंह और बिहार के मंत्री नितिन नवीन शामिल हैं।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी का स्वागत किया और कहा कि "नया बिहार" दो दशक पहले आरजेडी-कांग्रेस के शासनकाल में कथित अराजकता से अलग है।
मांझी ने लिखा, "बिहार में सुशासन के लिए राहुल गांधी का स्वागत है। बिहार अब वैसा नहीं रहा, जैसा लालू प्रसाद की आरजेडी और गांधी परिवार ने 20 साल पहले छोड़ा था... अगर राहुल गांधी लालू प्रसाद के शासनकाल में बिहार आते, तो उनका अपहरण हो सकता था।" उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को अपने बेटे की रिहाई के लिए लालू प्रसाद के जरिए अपराधियों से बातचीत करनी पड़ती।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बयानबाजी को और आगे बढ़ाते हुए राहुल गांधी पर “भारतीय सेना को बदनाम करने” का आरोप लगाया और यहां तक कह दिया: “यह आदमी पाकिस्तान की भाषा बोलता है। उसने हमारी सेना के प्रतीकों का अपमान किया है और यह देशद्रोह का कृत्य है।” इस बीच, बिहार के सड़क निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर डॉ. बी.आर. अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया और देश से माफी मांगने की मांग की।