नई दिल्ली, 10 जून
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, मई में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) प्रवाह 26,688 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो अप्रैल में 26,632 करोड़ रुपये था।
एसआईपी का अब तक का सबसे अधिक प्रवाह दर्शाता है कि लोग लंबी अवधि के नजरिए से म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं।
एएमएफआई के आंकड़ों के अनुसार, योगदान देने वाले एसआईपी खातों की संख्या मई में बढ़कर 8.56 करोड़ हो गई, जो पिछले महीने 8.38 करोड़ थी।
स्मॉलकेस मैनेजर और ग्रोथ इन्वेस्टिंग के संस्थापक नरेंद्र सिंह ने कहा, "निवेशकों की प्राथमिकताएं विकसित हो रही हैं। लंबी अवधि के विकास के दृष्टिकोण और ऋण पर सतर्क रुख के कारण इक्विटी और हाइब्रिड फंड की ओर स्पष्ट झुकाव है। खुदरा भागीदारी भी बढ़ रही है। म्यूचुअल फंड क्रांति मुख्यधारा बन रही है।" एसआईपी के तहत कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) अप्रैल में 13.90 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 14.61 लाख करोड़ रुपये हो गईं।
मई में एसआईपी एयूएम म्यूचुअल फंड उद्योग के कुल एयूएम का करीब 20.24 फीसदी रहा --- अप्रैल में यह 19.9 फीसदी था।
एएमएफआई के आंकड़ों के मुताबिक, मई में एसआईपी स्टॉपेज अनुपात कमजोर हुआ है। मई में करीब 59 लाख एसआईपी खाते बंद हुए, जबकि 43 लाख खातों में एसआईपी बंद या परिपक्व हो चुके थे। मई में एसआईपी खातों की कुल संख्या 9.06 करोड़ थी।