पटना, 3 जुलाई
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा कड़ा विरोध दर्ज कराए जाने के बाद, एनडीए ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर संवैधानिक अधिकारियों को कमजोर करने और भारतीय मतदाताओं के प्रति अविश्वास दिखाने का आरोप लगाते हुए तीखा पलटवार किया।
कांग्रेस, आरजेडी, सीपीआई, सीपीआई (एम-एल) और समाजवादी पार्टी सहित 11 दलों वाले 18 सदस्यीय इंडिया ब्लॉक प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रतिनिधित्व किए गए विपक्ष ने बुधवार को निर्वाचन सदन में ईसीआई अधिकारियों से मुलाकात की।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग का यह कदम अचानक और गलत समय पर उठाया गया है, जिससे हाशिए पर पड़े समूहों पर असर पड़ सकता है और चुनावों की निष्पक्षता से समझौता हो सकता है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विपक्ष के तेवरों को और तीखा करते हुए पारदर्शिता संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए महाराष्ट्र में मतदान केंद्रों से समेकित, मशीन-पठनीय डिजिटल मतदाता सूची और सीसीटीवी फुटेज के प्रकाशन की भी मांग की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के मंत्री नितिन नवीन ने राहुल गांधी पर भारतीय मतदाताओं और चुनाव आयोग दोनों की ईमानदारी पर सवाल उठाने का आरोप लगाया।